मथूरा । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकठ्ठा करने को लेकर कांग्रेस के अंदर मतभेद पैदा हो गए हैं। पार्टी के कई नेता जहां राम मंदिर के निर्माण के लिए पैसे दे रहे हैं, वहीं कई नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने राजस्थान में पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई की तरफ से चंदा इकट्ठा करने की मुहिम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह पार्टी के अंदर कोर मुद्दों पर संवाद की जरूरत को उजागर करता है। मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करना एक बार फिर कोर मुद्दों पर कांग्रेस के अंदर संवाद की जरूरत को उजागर करता है। कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। क्या सेक्युलर का मतलब चर्च और सरकार को अलग करना है या सर्वधर्म संभाव का पालन करना है दरअसल, राजस्थान एनएसयूआई के राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने को लेकर पार्टी में कई नेता पहले ही अंदरूनी तौर पर सवाल उठा चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 असंतुष्ट नेताओं में शामिल हैं। असंतुष्ट नेता लगातार पार्टी के अंदर विभिन्न पदों के लिए चुनाव कराने और संसदीय बोर्ड गठित करने की मांग कर रहे हैं। इन नेताओं की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ 19 दिसंबर को बातचीत भी हुई थी। इस बैठक में भी इन नेताओं ने अपनी बात दोहराई थी। पार्टी के एक और नेता ने कहा कि इन मुद्दों पर जल्द चर्चा होनी चाहिए।